What is Cholesterol? High Cholesterol के लक्षण क्या है?
Cholesterol हमारे शरीर में पाया जाने वाला एक वसा हैं जिसका निर्माण प्राकृतिक रूप से यकृत करता हैं। अधिक तैलीय भोजन या स्ट्रीट फूड खाने से इसका निर्माण अधिक होता हैं। जब इसका निर्माण जरूरत से ज्यादा हो जाता हैं तो यह नसों में जमना शुरू हो जाता हैं और नसों को ब्लॉक कर देता हैं जिसके कारण रक्त का प्रवाह ठीक से नही हो पाता हैं और हार्ट को पंपिंग करने में काफी दिक्कत होती है। जब रक्त प्रवाह अच्छे से नही होता और हार्ट पंपिंग नही कर पाता हैं तो ऐसे में हार्ट अटैक या हार्ट डिजीज जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं। इसके अलावा यह कभी-कभी मस्तिक के लिए भी काफी घातक साबित होता हैं।
Types of Cholesterol
हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल मुख्यत: दो होते हैं-
1.HDL(High Density Lipoproteins)
हाई डेनिसिटी लिपोप्रोटीन को “अच्छे कोलेस्ट्रॉल” के नाम से जानते हैं क्योंकि यह हार्ट सम्बन्धित बिमारियों के खतरे को टालने का करता हैं। यह धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकता हैं जिससे हमरा ह्रदय सुरक्षित रहता हैं।
2. LDL(Low Density Lipoproteins)
लो डेनिसिटी लिपोप्रोटीन को “खराब कोलेस्ट्रॉल” के नाम से जाना जाता हैं क्योंकि यह नसों में जमकर उसे ब्लॉक कर देता हैं। इसके कारण हार्ट अटैक और हार्ट से सम्बन्धित बिमारियों से सामना करना पड़ता हैं।
जब शरीर में LDL कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता हैं तो उसे हाई कोलेस्ट्रॉल कहां जाता हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल को हाइपर कोलेस्ट्रोलोमिया भी कहा जाता हैं।
Note: LDL कोलेस्ट्रॉल का लेवल हाई होने से तथा HDL कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होने से फैट्स ब्लड वैसेल्स में स्टोर होने लगती हैं जिससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं हो पाता हैं और गंभीर जटिलताओं का सामना करना पड़ता हैं।
High Cholesterol symptoms
हाई कोलेस्ट्रॉल का कोई खास लक्षण नही होता हैं। कभी-कभी तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी खतरनाक पोजिशन होने तक बहुत से लोगों को यह पता नहीं होता हैं की उन्हें हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है। इसके कुछ समान्य लक्षण होते हैं जिससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं की हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती हैं।
- पैरों में सूजन और दर्द होना
- पैरों का ठंडा होना
- रात के समय पैरों में क्रैम्प्स
- जरूरत से ज्यादा पसीना आना
- सीने में दर्द होना
- हाई ब्लड प्रेशर
- पीले चकते इत्यादि।
Causes of High Cholesterol
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढने का एक कारण जेनेटिक्स भी होता हैं लेकिन ऐसे कई कारण है जिससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता हैं जैसे-
- अधिक तैलीय भोजन करना
- अत्यधिक वजन का बढ़ना
- फिजिकल एक्टिविटी कम करना या नही करना
- धूम्रपान और शराब का सेवन अत्याधिक करना
- कुछ रोग जैसे की डायबिटीज़ और हाइपोथायरायडिज्म इत्यादि।
High Cholesterol Treatment
हाई कोलेस्ट्रॉल का उपचार यानि हार्ट डिजीज और स्ट्रोक की संभावना को कम करना होता हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल का उपचार निम्न तरीकों से संभव है
- लाइफस्टाइल में बदलाव
- स्टैटिन नामक मेडिसिन
- रेगुलर टेस्ट
लाइफस्टाइल में बदलाव(Lifestyles changes)
आजकल बदलते लाइफस्टाइल के कारण कई सारी बीमारियां हो रही हैं। भले ही आप बीमारियों से होने वाले खतरनाक जोखिमों को कम करने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल कर रहे हों, लेकिन बीमारियों से बचना है तो लाइफस्टाइल में बदलाव बहुत जरुरी है।
हाई कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए अपने लाइफस्टाइल में निम्न बदलाव कर सकते हैं।
- अधिक तैलीय भोजन खाने से बचें तथा अपने डाइट में पौष्टिक आहार को शामिल करें।
- प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा exercise करें।
- फिजिकल एक्टिविटी करें।
- शराब के सेवन से बचें या न करें।
स्टैटिन नामक मेडिसिन
बहुत से लोग अपनी लाइफस्टाइल में परिवर्तन के साथ-साथ, हार्ट अटैक दौरे और ब्रेन स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए स्टैटिन नामक मेडिसिन भी लेते हैं।
Note: कोलेस्ट्रॉल से बचाव के लिए स्टैटिन ग्रुप की कुछ दवाइयां हैं लवास्टैटिन, प्रवास्टैटिन, रोसुवास्टेटिन, पिटावास्टैटिन, सिमवास्टैटिन, एटोरवास्टेटिन इत्यादि।
Regular test
हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए डॉक्टर द्वारा यह सलाह दिया जाता हैं। अगर किसी व्यक्ति की उम्र 20 वर्ष या उससे अधिक हैं तो नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल की टेस्ट करवानी चाहिए। यह नियमित जांच हाई कोलेस्ट्रॉल से होने वाले जोखिमों से जीवन को सुरक्षित कर सकती हैं
High Cholesterol complications
हाई कॉलेस्ट्रोल से होने वाली निम्न जटिलताएं हैं।
- Severe chest pain
- Arti Sclerosis
- Storke
- IHD (Ischemic Heart Disease)
- Heart attack
- Death etc .
High Cholesterol Foods/Diet
ऐसे तो कॉलेस्ट्रल शरीर के लिए आवश्यक फैट हैं यह फायदें के जगह नुकसान तब पहुंचता हैं जब इसकी मात्रा बढ़ जाती हैं। आजकल तो यह बिमारी कम उम्र के व्यक्तियों में भी देखने को मिल रहा है इससे बचने के लिए खानपन में बदलाव लाना जरुरी हैं तो आईए जानते है कॉलेस्ट्रल लेवल को बढने से रोकने के लिए डाइट में किन चीजों को करें शामिल और किन चीजों से बनाएं दूरी।
1.डाइट में करे इन चीजों को शामिल
हाई फाइबर फूड्स- हाई फाइबर फूड्स के सेवन से cholesterol को कन्ट्रोल किया जा सकता हैं जैसे- बीन्स, ब्रोकली, हरी सब्जियां और शकरकंद।
ड्राई फ्रूट्स- आप अपने डाइट में ड्राई फ्रूट्स जैसे की काजू, बादाम इत्यादि को शामिल कर सकते है।
साबुत अनाज- ब्राउन राइस और ब्रेड
फ्रूट्स– सेब, संतरा, अंगूर, ब्लैकबेरी इत्यादि।
ऑयल- ऑलिव ऑयल, सनफ्लावर ऑयल, कैनेला ऑयल इत्यादि
2. Cholesterol को बढने से रोकने के लिए बनाएं इन चीजों से दूरी
हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है इसलिए, रेड मीट और प्रोसेस्ड मीट खाने से बचना चाहिए। फुल फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, पनीर और मक्खन की मात्रा कम से कम रखनी चाहिए और ज्यादा तली हुई चीजें नहीं खानी चाहिए। इसके अलावा अधिक मात्रा मे अंडे की जर्दी खाने से बचना चाहिए क्योंकि उसमें सबसे अधिक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा पाया जाता हैं।
आज आपको इस पोस्ट में हमने “Cholesterol” के बारे में पूरी जानकारी दे दी है। आशा करते है की आपको पसंद आई होगी।