‘कपड़े नहीं उतारे तो जान से मार डालेंगे’: मणिपुर की पीड़िता ने सुनाई आप बीती, दर्द सुन नहीं रोक पायेंगें आँसू
मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी की घटना ने देश को हिला दिया है और इन पीड़ित महिलाओं का दर्द सुनकर आपका कलेजा फट जाएगा । यह घटना इंसानियत को शर्मसार करने वाली है, जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो पूरे देश को शर्मसार होना पड़ा। जिस किसी ने भी इसे देखा, उसके मन में गुस्से की लहर उभरी। संसद से लेकर देश के हर कोने तक इस घटना की जमकर निंदा हुई और दोषियों को सख्त से सख्त सजा की मांग की गई।
कपड़े नहीं उतारे तो जान से मार डालेंगे : मणिपुर पीड़िता की आपबीती
21 साल की गैंगरेप पीड़िता ने बताया, ‘हम पुलिस की गाड़ी में थे, पुलिस हमें हमलें की जगह से निकालकर ले जा रही थी । लगा था, पुलिस हमें बचा लेगी तभी मैतेई लड़कों की भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया। हमें गाड़ी से उतारकर इधर-उधर छूने लगे। उन्होंने कहा- जिंदा रहना है, तो कपड़े उतारो। हमने मदद के लिए पुलिसवालों की तरफ देखा, पुलिस ने मुंह फेर लिया। फिर हमने जान बचाने के लिए शरीर का एक एक कपड़ा उतार दिया। पीड़िता अभी भी ट्रॉमा में है।
वो हमारे कपड़े उतरवा रहे थे, पुलिस वालों ने मुँह फेर लिया
21 साल की गैंगरेप पीड़िता बताती हैं “जब मैतेई लड़कों ने मुझसे कहा अगर तुमने कपड़े नहीं उतारे तो जान से मार डालेंगे” यह सुनकर हमने पुलिस की तरफ इस उम्मीद से देखा की शायद पुलिस हमें बचा लें लेकिन पुलिस वालों ने मुँह फेर लिया । जब मदद की कोई उम्मीद न दिखी तो खुद को बचाने की खातिर सारे कपड़े उतार दिए |
एक ने दूसरे से बलात्कार करने को कहा
लगभग 40 वर्षीय पीड़िता ने बताया, ”जब हमने विरोध किया तो उन्होंने मुझसे कहा- अगर तुमने कपड़े नहीं उतारे तो जान से मार डालेंगे।” पीड़िता ने बताया कि उसने केवल खुद को बचाने की खातिर सारे कपड़े उतार दिए | इस दौरान पुरुषों से उसकी साथ मारपीट की।
महिला ने बताया कि ‘उसके बाद मुझे एक धान के खेत में घसीटकर ले गए और पुरुषों की ओर से वहां लेटने के लिए कहा गया। मैंने वैसा ही किया जैसा उन्होंने मुझसे कहा। तीन लोगों ने मुझे घेरा उनमें से एक ने दूसरे से कहा, “आओ रेप करते हैं“, लेकिन आखिर में उन्होंने ऐसा नहीं किया। पीड़िता ने कहा, ”वे रेप करने की हद तक नहीं गए लेकिन उन्होंने बार बार मेरी छाती पकड़ी।
पीड़िता महिला आगे बताती हैं “मुझे नहीं पता था कि मेरी 21 वर्षीय पड़ोसी के साथ क्या हो रहा है क्योंकि वह कुछ दूरी पर थी”
21 वर्षीय महिला के साथ दिन दहाड़े गैंगरेप
रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई पुलिस शिकायत के अनुसार एक महिला के साथ गैंगरेप किया गया। इसके अलावा, शिकायत में बताया गया है कि 21 वर्षीय महिला के छोटे भाई ने जब उसे बचाने की कोशिश की तो भीड़ ने उसकी मौके पर ही हत्या कर दी। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के आधार पर पुलिस ने 18 मई को सैकुल पुलिस थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की थी। सैकुल पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया है कि आरोपियों के खिलाफ रेप और हत्या समेत अन्य आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में दर्ज किया गया है कि कुछ अज्ञात बदमाश एके और इंसास राइफल जैसे हथियारों के साथ कांगपोकपी जिले के हमारे गांव में जबरन घुस गए थे और इसके बाद भीड़ ने घरों को जला दिया और तोड़फोड़ की।
शिकायत के मुताबिक, घटना में गांव के पांच निवासी शामिल थे जो खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर भाग रहे थे, और इनमें दो पुरुष और तीन महिलाएं थीं। तीन लोग एक ही परिवार के थे। जंगल के रास्ते में नोंगपोक सेकमाई पुलिस थाने की टीम ने उन्हें बचाया लेकिन थाने से दो किलोमीटर दूर टूबू के पास हिंसक भीड़ ने उन्हें रास्ते में रोक दिया और पुलिस टीम की हिरासत से छीन लिया। भीड़ ने पांच लोगों में शामिल 56 वर्षीय व्यक्ति की तुरंत हत्या कर दी। तीन महिलाओं को भीड़ ने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया और उन्हें भीड़ के सामने नंगा कर दिया। इस घटना में एक 21 वर्षीय महिला के साथ दिन दहाड़े बेरहमी से गैंगरेप किया गया। जबकि अन्य दो महिलाएं इलाके के कुछ परिचित लोगों की मदद से मौके से भागने में सफल रहीं।
बहन को बचाने आए छोटे भाई को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला
शिकायत में कहा गया कि जब 21 वर्षीय महिला के छोटे भाई ने अपनी बहन को बचाने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल लोगों ने उसकी मौके पर ही हत्या कर दी।
आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी में रखा गया हैं
मणिपुर में 3 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और एक महिला से गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार 4 आरोपियों को 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। उधर, लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने मणिपुर मामले को लेकर हंगामा किया। इसके चलते दोनों सदन की कार्यवाही 24 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी गई है।