Manipur Viral Video: महिलाओं से दरिंदगी मामले में मुख्य आरोपी गिरफ्तार, निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ाया था
Manipur Viral Video: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके साथ दरिंदगी करते हुए वायरल हुए वीडियो के मामले में मुख्य आरोपी खुयरूम हेरादास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसकी उम्र 32 साल है और पुलिस ने उनकी पहचान वायरल हुए वीडियो से की है। हेरादास ही इस मामले में मुख्य आरोपी माना जा रहा हैं।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
मणिपुर में महिलाओं को नग्न कर उनके साथ दरिंदगी करते हुए वायरल हुए वीडियो के मामले में मुख्य आरोपी को गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी का नाम खुयरूम हेरादास है.
खुयरूम हेरादास की उम्र 32 साल है। उनकी पहचान वायरल हुए वीडियो से हुई है, जिसमें उन्हें हरी टी-शर्ट पहने हुए दिखाया गया है। पुलिस के मुताबिक, खुयरूम ही इस मामले में मुख्य आरोपी हैं। वायरल हुए इस वीडियो के अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 12 टीमें तैनात की हैं, जो उन्हें लगातार दबिश दे रही हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने लिया एक्शन, एक आरोपी गिरफ़्तार
बलात्कार पीड़िता ने खुद कहा है कि भीड़ में कई पुरुष थे, और उन्हें थोड़े-बहुत लोगों को पहचाना भी था, उनमें से एक व्यक्ति को वह अपने भाई के दोस्त के रूप में पहचानती थी। वीडियो के प्रसार के बाद, गुरुवार की सुबह सरकार ने घटना से संबंधित एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की पुष्टि की। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार करने के लिए अभियान जारी है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है।
4 मई का है Manipur Viral Video
ITLF के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह वीडियो कांगकोपी जिले में 4 मई का हैं । वीडियो में दिखाया गया है कि पुरुषों की भीड़ ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर खेत में घसीटा था। इस वायरल वीडियो में पुरुषों की भीड़ पीड़ित महिलाओं से लगातार छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दी। पीड़ित महिलाएं बंधक बनी हुई थीं और लगातार मदद की गुहार लगा रही थीं। महिलाओं पर की जा रही यातनाये इतनी भयावह हैं की वीडियो देखने वालों की रूह तक कांप रही हैं |
महिलाओं को निर्वस्त्र कर खेत में घसीटा
मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो घटना 4 मई को कांगकोपी जिले में हुई थी जहां लगभग 800 से 1000 लोग AK राइफल्स, .303 राइफल्स, SLR और इंसास जैसे हथियारों के साथ बी. फेनोम गांव में घुस गए थे। इस दौरान उन्होंने गांव में तोड़फोड़ की, संपत्तियां लूटीं और घरों को जला दिया। शिकायत के अनुसार, लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे और इस दौरान पांच लोग खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर भाग गए। इनमें 56 वर्षीय एक पुरुष, उसका 19 वर्षीय बेटा, 21 वर्षीय बेटी, 42 वर्षीय महिला और 52 वर्षीय महिला भी शामिल थीं।
इस वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ द्वारा 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर खेत में घसीटा जा रहा है। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने घटना की निंदा की है और दावा किया है कि इस हमले की शिकार हुई महिलाएं कुकी-ज़ो जनजाति की थीं, जबकि उन्हें छेड़छाड़ करने वाली भीड़ मैतेई समुदाय से थी।
घटना के एक महीने बाद दर्ज हुआ केस
ITLF के अनुसार, घटना घटित हुई 4 मई को लेकिन घटना के सम्बंध में 21 जून को FIR दर्ज हो पायी थी । भारतीय दण्ड संहिता (IPC) की धारा 153ए, 398, 427, 436, 448, 302, 354, 364, 326, 376, 34 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1सी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। साथ ही, बी.फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थांगबोई वैफेई द्वारा सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया था कि भीड़ ने तीसरी महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया था।
पुलिस का बयान महिलाओं को पुलिस से छीनकर ले गए थे उपद्रवी
पुलिस ने बताया हमले के दौरान 2 पुरुष और 3 महिलाएं जंगल की ओर भाग गए. बाद में उन्हें नोंगपोक सेकमाई पुलिस टीम ने बचाया और उन्हें नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहे थे , तभी भीड़ ने उन्हें पुलिस स्टेशन से लगभग 2 किमी दूर तौबुल (सेकमई खुनौ) के पास पुलिस टीम से छीनकर ले गए थे
भीड़ ने महिला के भाई को मार डाला
दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, भीड़ ने एक युवक को मार डाला और 3 महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया। इनमें से एक 19 साल की पीड़िता के साथ गैंगरेप का भी अपराध हुआ। जब उसका भाई अपनी बहन को बचाने के लिए आया तो भीड़ ने उसकी भी हत्या कर दी । बाद में तीनों महिलाएं कुछ अनजान लोगों की मदद से मौके से भागने में सफल रहीं।