Google Doodle Zarina Hashmi(1937-2020): जानें कौन थीं जरीना हाशमी? Goodle ने खास Doodle बनाकर किया याद

Google Doodle Zarina Hashmi(1937-2020): जानें कौन थीं जरीना हाशमी? Goodle ने खास Doodle बनाकर किया याद

Google Doodle Zarina Hashmi: एक दर्शनीय कलाकार का सम्मान

मिनिमलिज्म आर्ट आंदोलन की महत्वपूर्ण व्यक्ति – जरीना हाशमी

Google Doodle ने हमारी प्यारी कलाकार Zarina Hashmi जी को उनकी 86वीं जन्मदिन पर सम्मानित किया है।

Zarina Hashmi

जरीना हाशमी जी को एक अहम दर्शनीय कलाकार माना जाता है, जिन्होंने मिनिमलिज्म आर्ट आंदोलन को महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने अपनी आकर्षक वुडकट्स और इंटैग्लियो प्रिंट के द्वारा खुद को सशक्त बनाया है और कला की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आजकल, उनकी कला उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने में सफल रह रही है।

विभाजन के समय भारत में जन्मी थीं जरीना हाशमी
जरीना हाशमी जी का जन्म 1937 में अलीगढ़, उत्तर प्रदेश में हुआ था। उन्होंने विभाजन के समय भारत में जन्म लिया था। विभाजन के दुखद समय में उन्हें पाकिस्तान जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उनके परिवार के लिए ये बहुत ही कठिन समय था।

21 साल की उम्र में हुई शादी
Zarina Hashmi जी ने बहुत छोटी सी उम्र में ही विदेशी राजनयिक से शादी कर ली थी। इससे उनकी विदेश यात्रा शुरू हो गई। वे बैंकॉक, पेरिस और जापान जैसे अनेक देशों में घूमती रहीं। उन्होंने वहां अपनी कला के प्रभावशाली परिचर्चा की और अपनी प्रिंटमेकिंग कौशल को निखारा।

नारीवादी आंदोलन में योगदान
Zarina Hashmi जी ने 1977 में न्यूयॉर्क शहर में अपने प्रवास की शुरुआत की। वह उस समय महिलाओं और कलाकारों के लिए एक सशक्त संरक्षक बनने का निर्णय लिया। उन्होंने “हेरेसीज” नामक पत्रिका की संपादना की, जो कला, राजनीति, और सामाजिक न्याय के बीच संबंध बनाती थी। इसके बाद, वह न्यूयॉर्क फेमिनिस्ट आर्ट इंस्टीट्यूट में प्रोफेसर के रूप में शिक्षा का कार्य संचालित करने लगीं, जहां महिला कलाकारों को समान अवसर प्रदान किए जाते थे।

वुडकट्स और इंटैग्लियो प्रिंट से मिली पहचान
Zarina Hashmi जी को उनकी आकर्षक वुडकट्स और इंटैग्लियो प्रिंट के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। उन्होंने अपने शहरों और घरों की छवियों में जीवंतता भर दी है। उनकी कला में उर्दू की शिलालेख और इस्लामी कला के प्रभावशाली तत्व शामिल होते हैं। उनकी शानदार कला का प्रदर्शन सैन फ्रांसिस्को म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट, व्हिटनी म्यूजियम ऑफ अमेरिकन आर्ट, सोलोमन आर. गुगेनहेम म्यूजियम, और मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट जैसी प्रमुख गैलरियों में हुआ है। जरीना हाशमी जी का निधन 25 अप्रैल, 2020 को अल्जाइमर रोग के कारण लंदन में हुआ।

आप लोगों को यह जानकर खुशी होगी कि हमारी प्यारी Zarina Hashmi जी को गूगल डूडल ने उनके जीवन के बड़े दिन पर याद किया है। हम सबको उनकी कला का आदर करना चाहिए और उनकी महानता को स्वीकार करना चाहिए।

Thugesh

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